01. यह तनाव कम करता है।
सबसे ज्यादा लोग, तनाव कम करने के लिए ध्यान करने का प्रयास करते हैं। एक अध्ययन से पता चला है जिसमें 3,500 से अधिक वयस्क भी शामिल थे कि ध्यान करने से उनके तनाव में कमी आयी है।
02. बात बात पर चिंता करना कम हो जाता है।
तनाव जितना कम होगा चिंता भी उतनी ही कम होगी। ध्यान करने से चिंता के कारण होने वाले रोगों को भी ठीक करने में मदद मिलती है
03. भावनात्मक स्वास्थ्य को बढ़ाता है।
मेडिटेशन करने से आपका स्वयं के प्रति नजरिया बदलता है और जीवन के प्रति दृष्टिकोण भी सकारात्मक होता है।
04. स्व-जागरूकता बढ़ाता है।
कुछ प्रकार के मेडिटेशन से आपको स्वयं को समझने में मदद मिलती है। जिससे आप अपनी परेशानियों और विपरीत परिस्थितियों में खुद पर नियंत्रण रख सकते हैं।
05. एकाग्रता बढ़ाता है।
मेडिटेशन एकाग्रता बढ़ाने में आपकी मदद कर सकता है। ध्यान केंद्रित करने में जिस शक्ति और धैर्य की ज़रूरत होती है, यह उसे बढ़ाता है।
06. भूलने की समस्या को कम करता है।
एकाग्रता में सुधार करने के लिए आपको नियमित और मन साफ़ से मेडिटेशन करना होगा। इससे अधिक उम्र में भूलने की होने वाली समस्या और डिमेंशिया (Dementia- मनोभ्रम) से छुटकारा मिलता है।
07. बुरी आदतों को छोड़ने में मदद करता है।
ध्यान के माध्यम से आपका मानसिक अनुशासन बढ़ता है। जिससे आपका स्वयं पर नियंत्रण बढ़ता है और आपकी समस्या का कारण क्या है ये जानने में भी आसानी होती है। इस वजह से आपकी दूसरी चीज़ों पर निर्भर रहने की आदत ख़त्म होती है।
08. नींद में सुधार करता है।
मेडिटेशन करने वाले लोगों को सही समय पर और गहरी नींद आती है जबकि न करने वाले अधिकतर लोग उनकी तुलना में नींद न आने की बीमारी या सोते समय बीच में बार बार नींद टूटने से परेशान रहते हैं।
09. किसी भी प्रकार के शारीरिक दर्द को कम करता है।
वास्तव में आप जैसा सोचते हैं वैसा ही होता है। अगर आप किसी समस्या के बारे में ज्यादा सोचेंगे तो वो और अधिक महसूस होगी और वहां से 'ध्यान' हटा लेंगे तो कुछ क्षण के लिए उसे भूलने पर उसका अनुभव ही नहीं होगा। मेडिटेशन उस 'ध्यान' पर ही नियंत्रण बनाता है।
10. ब्लड प्रेशर कम करने में सहायता करता है।
मेडिटेशन करने से हृदय पर पड़ने वाला दबाव कम होता है। जिससे शारीरिक स्वास्थ्य में सुधार होता है।