Gulzar – Badi Takleef Hoti Hai | गुलज़ार – बड़ी तकलीफ़ होती है | Ghazal
Hindi Kala presents you Gulzar's Ghazal Badi Takleef Hoti Hai | मचल के जब भी आँखों से छलक जाते हैं दो आँसूसुना है आबशारों को बड़ी तकलीफ़ होती है
Hindi Kala presents you Gulzar's Ghazal Badi Takleef Hoti Hai | मचल के जब भी आँखों से छलक जाते हैं दो आँसूसुना है आबशारों को बड़ी तकलीफ़ होती है