Gulzar Poetry Pyaar Woh Beez Hai | गुलज़ार – प्यार वो बीज है
Gulzar poetry Pyaar Woh Beez Hai | गुलज़ार - प्यार कभी इकतरफ़ा होता है, न होगा दो रूहों के मिलन की जुड़वां
Gulzar poetry Pyaar Woh Beez Hai | गुलज़ार - प्यार कभी इकतरफ़ा होता है, न होगा दो रूहों के मिलन की जुड़वां