The very Famous patriotic Sarfaroshi Ki Tamanna Poem by Bismil Azimabadi in Hindi & English with Meaning (Translation). It was Ram Prasad Bismil who popularised this poem. These first few lines of this poem were on Ram Prasad Bismil’s lips as he was hanged.
प्रसिद्ध सरफ़रोशी की तमन्ना कविता देशभक्ति का एक ज़बरदस्त नारा बन चुकी है, जो कवि बिस्मिल अज़ीमाबादी द्वारा लिखा गयी थी। यह युवा क्रांतिकारियों को प्रेरित करने के लिए लिखा गयी थी। हर पंक्ति स्वतंत्रता की चाह और बलिदान की भावना से गूंजती है। “सरफरोशी की तमन्ना अब हमारे दिल में है” ये मशहूर पंक्ति देश के लिए सर्वस्व न्योछावर करने की ललक को बयां करती है। यह कविता शहीदों को श्रद्धांजलि देती है और आने वाली पीढ़ियों को प्रेरित करती है कि वे स्वतंत्रता की रक्षा के लिए सदैव तत्पर रहें।
सरफ़रोशी की तमन्ना कविता हिन्दी में
सरफ़रोशी की तमन्ना अब हमारे दिल में है
देखना है ज़ोर कितना बाज़ु-ए-कातिल में है
एक से करता नहीं क्यूँ दूसरा कुछ बातचीत,
देखता हूँ मैं जिसे वो चुप तेरी महफ़िल में है
ऐ शहीद-ए-मुल्क-ओ-मिल्लत मैं तेरे ऊपर निसार,
अब तेरी हिम्मत का चर्चा गैर की महफ़िल में है
सरफ़रोशी की तमन्ना अब हमारे दिल में है
वक्त आने दे बता देंगे तुझे ऐ आसमान,
हम अभी से क्या बतायें क्या हमारे दिल में है
खैंच कर लायी है सब को कत्ल होने की उम्मीद,
आशिकों का आज जमघट कूचा-ए-क़ातिल में है
सरफ़रोशी की तमन्ना अब हमारे दिल में है
sarfaroshi ki tamanna poem in hindi
है लिए हथियार दुश्मन ताक में बैठा उधर,
और हम तैयार हैं सीना लिए अपना इधर.
ख़ून से खेलेंगे होली गर वतन मुश्क़िल में है
सरफ़रोशी की तमन्ना अब हमारे दिल में है
हाथ, जिन में है जूनून, कटते नही तलवार से,
सर जो उठ जाते हैं वो झुकते नहीं ललकार से.
और भड़केगा जो शोला सा हमारे दिल में है,
सरफ़रोशी की तमन्ना अब हमारे दिल में है
हम तो घर से ही थे निकले बाँधकर सर पर कफ़न,
जाँ हथेली पर लिए लो बढ चले हैं ये कदम.
ज़िंदगी तो अपनी मॆहमाँ मौत की महफ़िल में है
सरफ़रोशी की तमन्ना अब हमारे दिल में है
sarfaroshi ki tamanna poem lyrics
यूँ खड़ा मक़्तल में क़ातिल कह रहा है बार-बार,
क्या तमन्ना-ए-शहादत भी किसी के दिल में है?
दिल में तूफ़ानों की टोली और नसों में इन्कलाब,
होश दुश्मन के उड़ा देंगे हमें रोको न आज.
दूर रह पाए जो हमसे दम कहाँ मंज़िल में है,
सरफ़रोशी की तमन्ना अब हमारे दिल में है
वो जिस्म भी क्या जिस्म है जिसमे न हो ख़ून-ए-जुनून
क्या लड़े तूफ़ान से जो कश्ती-ए-साहिल में है
सरफ़रोशी की तमन्ना अब हमारे दिल में है
देखना है ज़ोर कितना बाज़ू-ए-क़ातिल में
Sarfaroshi ki Tamanna Poem in English with Meaning (Translation)
Sarfaroshi Ki Tamanna Ab Hamaare Dil Mein Hai
Dekhna Hai Zor Kitna Baazu-E-Qaatil Mein Hai
(The desire for revolution is in our hearts
Let’s see how much strength the killer has in his hand)
Ek Se Karta Nahin Kyun Doosra Kuch Baat-Cheet
Dekhta Hun Main Jise Woh Chup Teri Mehfil Mein Hai
Aye Shaheed-E-Mulk-O-Millat Main Tere Oopar Nisaar
Ab Teri Himmat Ka Charcha Ghair Ki Mehfil Mein Hai
Sarfaroshi Ki Tamanna Ab Hamaare Dil Mein Hai
(Why doesn’t the other talk to one person?
Whoever I see is silent in your gathering
O martyr of the country, I am proud of you,
Now your courage is being discussed in the gathering of strangers
The desire for revolution is in our hearts)
Waqt Aanay Dey Bata Denge Tujhe Aye Aasman
Hum Abhi Se Kya Batayen Kya Hamare Dil Mein Hai
Khainch Kar Layee Hai Sab Ko Qatl Hone Ki Ummeed
Aashiqon Ka Aaj Jumghat Koocha-E-Qaatil Mein Hai
Sarfaroshi Ki Tamanna Ab Hamaare Dil Mein Hai
(Let the time come, I will tell you O sky,
What should we tell right now, what’s in our hearts
The hope of blood and sacrifice binds us all and brings us here,
The streets of the enemy now overflow with the lovers of the nation
The desire for revolution is in our hearts)
sarfaroshi ki tamanna poem in english
Hai Liye Hathiyaar Dushman Taak Mein Baitha Udhar
Aur Hum Taiyyaar Hain Seena Liye Apna Idhar
Khoon Se Khelenge Holi Gar Watan Muskhil Mein Hai
Sarfaroshi Ki Tamanna Ab Hamaare Dil Mein Hai
(the enemy is waiting there with weapons
And we are ready with our chests here
We will play Holi with blood if our country is in trouble
The desire for revolution is in our hearts)
Haath Jin Mein Ho Junoon Katt Te Nahi Talvaar Se
Sar Jo Uth Jaate Hain Voh Jhukte Nahi Lalkaar Se
Aur Bhadkega Jo Shola-Sa Humaare Dil Mein Hai
Sarfaroshi Ki Tamanna Ab Hamaare Dil Mein Hai
(The sword cannot cut hands that have passion
Heads those who stand up do not bow down to challenge
And the fire that is in our hearts will flare up
The desire for revolution is in our hearts)
sarfaroshi ki tamanna poem Meaning
Hum To Ghar Se Nikle Hi The Baandhkar Sar Pe Kafan
Jaan Hatheli Par Liye Lo Barh Chale Hain Ye Qadam
Zindagi To Apni Mehmaan Maut Ki Mehfil Mein Hai
Sarfaroshi Ki Tamanna Ab Hamaare Dil Mein Hai
(We came out of the house with a shroud on our heads,
Taking our lives in our hands, do we march so…
In our assembly of death, life is now but a guest
The desire for revolution is in our hearts)
Yuun Khadaa Maqtal Mein Qaatil Kah Rahaa Hai Baar Baar
Kya Tamannaa-E-Shahaadat Bhi Kisee Ke Dil Mein Hai
Dil Mein Tuufaanon Ki Toli Aur Nason Mein Inqilaab
Hosh Dushman Ke Udaa Denge Humein Roko Na Aaj
Duur Reh Paaye Jo Humse Dam Kahaan Manzil Mein Hai
Sarfaroshi Ki Tamanna Ab Hamaare Dil Mein Hai
(Stands the enemy in the gallows thus, asking,
Does anyone have the desire for martyrdom in their heart?
A group of storms in the heart and revolution in the veins,
We will blow the enemy’s senses, don’t stop us today.
The destination doesn’t dare to stay away from us
The desire for revolution is in our hearts)
sarfaroshi ki tamanna meaning in english
Wo Jism Bhi Kya Jism Hai Jismein Na Ho Khoon-E-Junoon
Kya Lade Toofaanon Se Jo Kashti-E-Saahil Mein Hai
Sarfaroshi Ki Tamanna Ab Hamaare Dil Mein Hai.
Dekhna Hai Zor Kitna Baazuay Qaatil Mein Hai
(What kind of a body is that in which there is no blood and passion?
How can a person conquer a Typhoon while sitting in a boat near the shore
The desire for revolution is in our hearts
Let’s see how much strength is there in the killer’s hand)
FAQs (Frequently Asked Questions)
इस कविता की रचना बिस्मिल अज़ीमाबादी जी ने की है। वैसे इंटरनेट पर बहुत लोगो को यह लगता है की यह कविता स्वतंत्रता सेनानी राम प्रसाद बिस्मिल की है। लेकिन सच यह है की राम प्रसाद बिस्मिल को यह कविता बहुत पसंद थी और उनको जब अंग्रेजो ने फांसी दी तब उनके होंठो पर यही कविता थी और आगे चलकर यह कविता स्वतंत्रता सेनानियों के मध्य बहुत प्रचलित हुई।
The original writer of this poem is Bismil Azimabadi.
सरफ़रोशी की तमन्ना कविता में बिस्मिल अज़ीमाबादी देशभक्ति और क्रांति की भावना को व्यक्त करते हैं।
मुख्य भावार्थ:
देशभक्ति: कवि देश के प्रति अटूट प्रेम और उसकी स्वतंत्रता के लिए मर मिटने की इच्छा व्यक्त करते हैं।
क्रांति: कवि अत्याचार और अन्याय के खिलाफ क्रांति का आह्वान करते हैं।
बलिदान: कवि देश के लिए सर्वस्व न्योछावर करने की भावना को व्यक्त करते हैं।
साहस: कवि डर और कायरता को त्यागकर साहस के साथ लड़ने का संदेश देते हैं।
त्याग: कवि व्यक्तिगत सुखों को त्यागकर देश की सेवा करने का आह्वान करते हैं।
ó यह कविता क्रांतिकारियों के लिए प्रेरणा का स्त्रोत बन गई।
ò इस कविता ने देशभक्ति और स्वतंत्रता की भावना को जगाया।
ō यह कविता आज भी प्रासंगिक है और हमें देश के प्रति अपने कर्तव्यों का पालन करने के लिए प्रेरित करती है.
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